तुमसे मिला,तुझे जाना , तुझे चाह भी बहोत
पर ख़ुशी के मायने सिर्फ यही तो नहीं होते
हम एकदूसरे से मिलने से पहले भी बहुत रोये
ये क्यूँ कहते हो की तुम न होते तो हम न रोते
जिंदगी सब कुछ खोती ही आ रही है अब तक
ये मत कहो की तुम न होते तो कुछ न खोते
नींद मेरी पहले भी कोसों दूर थी आँखों से दोस्त
तुम ये क्यूँ कहते हो की तुम न होते तो हम सोते
जो ये होता इल्म के इश्क आज भी हराम है मेरे दोस्त
तो हम दिल की बंजर जमीन पे इश्क का बीज न बोते
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ये मत कहो की तुम न होते तो कुछ न खोते
नींद मेरी पहले भी कोसों दूर थी आँखों से दोस्त
तुम ये क्यूँ कहते हो की तुम न होते तो हम सोते
जो ये होता इल्म के इश्क आज भी हराम है मेरे दोस्त
तो हम दिल की बंजर जमीन पे इश्क का बीज न बोते
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